Dalma Kebab: The Kebab of the Gods
Although the word kebab first appeared in the Turkish script Kyssa-I Yusuf in 1377, the concept of a kebab seems to have been conceived further back in antiquity. Ibn Battuta mentions it as a staple of Indian royalty as far back as 1200 AD, after being imported from the Afghani invaders. But even further back, a yuga or so, we find evidence of it in the Mahabharata!
Mango Seekh: For the Nit-Picky Firangi
This kebab was not born out of the 1925 Kakori Conspiracy, but it was born out of colonial occupation.
वर्ल्ड वीगन डे
आज वर्ल्ड वीगन डे है अर्थात् विश्व शाकाहारी दिवस, 1नवंबर को प्रत्येक वर्ष विश्व में शाकाहार को अपनाने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। ऐसी लोक कहावत है कि जैसा खाओगे अन्न, वैसा हो जाएगा मन। संत कबीर की वाणी में कहे तो बकरी पाती खात है, ताकि काढ़ी खाल। जो नर बकरी खात है, तिनकौ कौन हवाल।। अर्थात जो बकरी पत्ती खाती है, उसकी खाल का चमड़ा बनाया जाता है, यदि कोई व्यक्ति बकरी (मांसाहार) को खाता है, तो उसका क्या हाल होगा?