अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस
सही मायने में देखा जाए तो शुरुआती दौर में हवाई यात्रा सिर्फ अमीरों के लिए संभव थी. आम लोगों से इसका कोई संबंध नहीं माना जाता था। भारत में भी ब्रिटिश राज्य के दौरान भारतीयों ने हवाई यात्रा का नाम पहली बार सुना था। लेकिन दूर से आकाश में उड़ते इन हवाई यानों को देखकर लोगों को कौतूहल जरूर होता था
'इंटरनेशनल सिविल एवियशन डे' या जिसे हम हिंदी में 'अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस' भी कहते हैं, हर साल 7 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन का प्रमुख उद्देश्य है वैश्विक स्तर पर सामाजिक और आर्थिक विकास की दिशा में विमानों का उपयोग करना है। विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा को प्रोत्साहित करना उसे एक पहचान दिलाना है। अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन ने सबसे पहले इस दिवस को मनाने की शुरुआत की थी। इस संगठन के द्वारा 7 दिसंबर 1994 में अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संधि पर हस्ताक्षर किया गया। जिसकी 50 वी वर्षगांठ मनाई जा चुकी है. उसके बाद से ही इस दिन को हर साल एक वार्षिक कार्यक्रम के रूप में मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य लोगों को अंतरराष्ट्रीय उड्डयन के लिए प्रोत्साहित करना है, और इसके महत्व से रूबरू करवाना है.
इस दिन को उत्सव की तरह मनाने का कार्य इंटरनेशनल सिविल एवियशन ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा किया जाता है। सही मायने में देखा जाए तो शुरुआती दौर में हवाई यात्रा सिर्फ अमीरों के लिए संभव थी. आम लोगों से इसका कोई संबंध नहीं माना जाता था। भारत में भी ब्रिटिश राज्य के दौरान भारतीयों ने हवाई यात्रा का नाम पहली बार सुना था। लेकिन दूर से आकाश में उड़ते इन हवाई यानों को देखकर लोगों को कौतूहल जरूर होता था, पर कभी यह अनुभव करना उनके लिए संभव नहीं था कि हवाई यात्रा आखिर होती कैसी है?
कुछ ही पलों में एक स्थान से दूसरे स्थान तक हवा में उड़ते हुए इन यानो की मदद से पहुंचा जा सकता है.। कैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का सफर भी छोटा हो सकता है। इसके लिए जरूरी था कि सिविल एविएशन या नागरिक उड्डयन को बढ़ाया जाए ताकि आम लोग भी इसका उपयोग कर सकें। इसकी सहायता से खुद को विकसित कर सके। सिविल एवियशन और अंतराष्ट्रीय उड्डयन के इसी सामाजिक और आर्थिक स्तर को सुधारने के लिए इंटरनेशनल सिविल एवियशन ऑर्गेनाइजेशन कार्य कर रही है।
और इनके कार्यों को प्रेरित करने इनके कार्य क्षमता को बढ़ाने इन्हें प्रोत्साहित करने के लिए इंटरनेशनल सिविल एविएशन हर साल 7 दिसंबर को मनाया जाता है. उसी तरह इस बार भी मनाया जाएगा। यूनाइटेड नेशन और ये संस्था एक लक्ष्य को लेकर काम कर रही है। जो पूरी तरह से 2030 पर टिकी हुई है। इनका उद्देश्य है सामाजिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आम लोगों के लिए हवाई यात्रा को आसान बनाया जाए। और साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसके जरिए शांति और क्षमता को बढ़ावा दिया जाए.