अंतर्राष्ट्रीय महामारी रुकथाम दिवस
27 दिसंबर 2020 को आयोजित होने वाले पहले अंतर्राष्ट्रीय महामारी दिवस, को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा महामारी की रोकथाम, तैयारी और साझेदारी के महत्व की वकालत करने के लिए बुलाया गया था।
पूरी दुनिया अभी ही कोविड 19 के प्रभावों से जूझ रही है ना जाने कितने परिवार खत्म हो गए तथा अलग अलग देशो में कितने लोग मारे गए। COVID-19 महामारी ने संक्रामक रोग के प्रकोप को रोकने, पता लगाने और प्रतिक्रिया देने के लिए सिस्टम में निवेश के महत्व को रेखांकित किया है। 27 दिसंबर 2020 को आयोजित होने वाले पहले अंतर्राष्ट्रीय महामारी दिवस, को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा महामारी की रोकथाम, तैयारी और साझेदारी के महत्व की वकालत करने के लिए बुलाया गया था।
डब्ल्यूएचओ सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज को आगे बढ़ाने और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मजबूत करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण के हिस्से के रूप में मजबूत आपातकालीन और महामारी की तैयारी प्रणाली बनाने के प्रयासों का समर्थन करने के लिए सरकारों के साथ मिलकर काम करता है।
उद्देश्य
यह दिवस का उद्देश्य सूचनाओं के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाना, वैज्ञानिक ज्ञान का प्रसार और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान सुनिश्चित करना है। इससे भविष्य में COVID-19 जैसी परिस्थितियों को रोकने में मदद मिलेगी।
दुनिया भर में फैलने वाली और भी बीमारियां
1.2013 में, चिकनगुनिया के प्रकोप ने अमेरिका को प्रभावित किया।
2.2014 में, भारत के ओडिशा राज्य ने मुख्य रूप से हेपेटाइटिस ए के कारण पीलिया के प्रकोप का सामना किया।
3.2015 और 2016 के बीच, जीका वायरस ने दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित किया।
4.2017 में, जापानी एन्सेफलाइटिस ने यूपी को संक्रमित किया।
5.2018 में, निप्पा वायरस ने भारत में केरल में कई लोगों को संक्रमित किया।
6.2019 में, नाइजीरिया में लासा बुखार का प्रकोप हुआ।
- एक नए प्रकार का खसरा जिसे खसरा संक्रमित समोआ कहा जाता है।
ये बीमारियाँ निम्नलिखित तरीको से फैलती हैं :-बीमारियां ऐसे बहुत ही छोटे कीड़ों या उनके अण्डों से जिन्हें हम देख नहीं सकते हैं।बीमार व्यक्तियों के मल से भोजन और पानी से ज्यादा बिमारियाँ फैलती हैं, मक्खियों के भोजन पर बैठने से, गन्दे पानी से भी बीमारियाँ फैलती हैं, ऐसी बीमारियाँ हैं।
बीमारी काफी संक्रामक है और जो कर्मचारी महामारी के दौरान भी कार्यो के लिए बाहर जा रहे हैं, ये उन्हें भी हो सकती है। यह किसी संक्रमित व्यक्ति के स्पर्श से फैलता है, या किसी ऐसी वस्तु या ऐसे स्थान को स्पर्श करने से, जहां संक्रमित व्यक्ति ने छुआ, खाँसा या छींका हो। इस तरह की सतहों पर यह कोरोनावायरस कई घंटों तक जीवित रह सकता है। इस बीमारी के हवा से भी फैलने की संभावना है, क्योंकि खांसने और छींकने से हवा में दो मीटर दूर तक बूंदे फैलती हैं। ऐसे में इन परिस्थितियों में भी काम करने में काफी जोखिम रहता है।
उसको रुकने के उपाय
1.हाथ साफ रखना: हाथ कई सतहों को छूते हैं, फिर इन हाथों को ही हम आंख, नाक और मुंह पर लगाते हैं, जिस कारण वायरस हमारे शरीर के अंदर प्रवेश कर सकता है। इसलिए वायरस से बचने के लिए दो घंटे में कम से कम एक बार हाथों को अच्छे से धोना जरूरी है।
2.हैंड सैनिटाइजर है, तो अपने हाथों पर लगभग एक चम्मच हैंड सैनिटाइजर डालें और हाथों को उंगलियों, हाथों के बीच और नाखूनों के बीच, हथेलियों पर और हाथों के पीछे से लगभग 20 सेकंड तक रगड़ें। लेकिन सैनिटाइजर के उपयोग के बाद हाथों को न धोएं।
3.अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोएं। साबुन को अपनी उंगलियों के चारों ओर, उनके बीच और नाखूनों के नीचे, अपनी हथेलियों पर और अपने हाथों के पीछे की तरफ से लगभग 20 सेकंड तक रगड़ें और फिर उन्हें धो लें ।