केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का स्थापना दिवस

10 मार्च को हर साल केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का स्थापना दिवस मनाया जाता है। जिसकी स्थापना साल 1969 में 2,200 कर्मियों की शक्ति के साथ भारत की संसद के केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) अधिनियम, 1968 के तहत की गई थी। इसका उद्देश्य केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल द्वारा किये गए कार्यों को याद करना होता है।
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का स्थापना दिवस; Image Source: Google Images

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का स्थापना दिवस; Image Source: Google Images

सरकारी कारखानों या फिर मेट्रो स्टेशनों पर सुरक्षा करती CISF, यानी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को तो आपने ज़रूर देखा होगा, जिसका काम होता है केंद्र सरकार के औद्योगिक परिसरों की निगरानी करना व उन्हें सुरक्षा प्रदान करना। लेकिन क्या CISF यहीं तक सीमित है? नहीं। दरअसल, आज हम CISF से जुड़ी तमाम जानकारी आपको देने जा रहे हैं, और साथ ही आपको बताएंगे कि आखिरकार सी आई इस एफ राइसिंग डे मनाने की शुरुआत कैसे हुई थी?

दरअसल, 10 मार्च को हर साल केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का स्थापना दिवस मनाया जाता है। जिसकी स्थापना साल 1969 में 2,200 कर्मियों की शक्ति के साथ भारत की संसद के केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) अधिनियम, 1968 के तहत की गई थी। इसका उद्देश्य केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल द्वारा किये गए कार्यों को याद करना होता है।

साल 1969 में CISF का गठन संसद के एक अधिनियम, ‘‘केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल अधिनियम”, के तहत किया गया था, जो कि भारतीय संघ की एक पैरामिलिट्री फोर्स है। इस बल को देश के विभिन्न महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा के लिए भी बनाया गया था। अधिनियम के अनुसार CISF न सिर्फ संपत्ति और प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करती है, बल्कि परिसर के कर्मचारियों को भी सुरक्षा प्रदान करती है। वर्तमान में CISF अंतरिक्ष विभाग, परमाणु ऊर्जा विभाग, हवाई अड्डे, दिल्ली मेट्रो, बंदरगाहों, ऐतिहासिक स्मारकों और पेट्रोलियम के साथ साथ प्राकृतिक गैस, बिजली, कोयला, इस्पात और खनन जैसे भारतीय अर्थव्यवस्था के मूल क्षेत्रों की भी सुरक्षा में खड़ी नजर आती है।

इतना ही नहीं आज के समय में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यानी CISF, ज़ेड-प्लस, ज़ेड, एक्स, वाई के रूप में वर्गीकृत संरक्षित व्यक्तियों को भी सुरक्षा प्रदान करती है। इसके अलावा CISF निजी क्षेत्र की कुछ इकाइयों और दिल्ली के महत्वपूर्ण सरकारी भवनों की भी सुरक्षा करती है। ये अपने उद्देश्य को पूरा करने के अलावा कई और कार्य भी करती है जैसे – सरकारी और गैर सरकारी गोपनीय कार्यों को सुरक्षित रखना, आपदा प्रबंधन और आग प्रबंधन जैसे कार्यों में सहायता करना। अब तो आप समझ गए होंगे की देश के लिए यह सुरक्षा बल कितने जरूरी है।

अब जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया था कि CISF की स्थापना 2,200 कर्मियों की शक्ति के साथ हुई थी, और आज इस सुरक्षा बल में लगभग 165,000 कर्मचारी है। CISF भारतीय सेनाओं में एकमात्र ऐसा बल है, जिसके पास अनुकूलित और समर्पित फायरविंग होती है। इनके पास 12 रिजर्व बटालियन और 8 प्रशिक्षण संस्थान है।

अब आप सोच रहे होंगे 10 मार्च को हर साल CISF स्थापना दिवस कैसे मनाया जाता होगा? तो हम आपको बता दे कि इस दौरान एक परेड समारोह का आयोजन किया जाता है। इस समारोह में विशेष हमला प्रदर्शन और विभिन्न मार्शल आर्ट्स प्रदर्शन किये जाते हैं। जवानों को उनके किए कामों के लिए सेवा पदक से सम्मानित किया जाता है। इसके साथ-साथ लोगों को CISF का सहयोग करने के लिए जागरूक भी किया जाता है। इस खास समारोह में देश के प्रधानमंत्री भी मौजूद रहते है।

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