राष्ट्रीय किसान दिवस
प्रत्येक वर्ष 7 जून को दुनिया भर में विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों में खाद्य सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना है और ख़राब या अनहेल्दी भोजन के सेवन से होने वाले नुकसान व स्वास्थ्य हानि की जानकारी उपलब्ध करानी है।
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खाना सेहत के किये आवश्यक है यहां तक ही बिना खाने की एक अच्छे सेहत की कल्पना भी बहिन की जा सकती। इस महीने का लक्ष्य सेवा उद्योग में तैयार होने वाले भोजन को सुरक्षित रखने पर ध्यान केंद्रित करना है, साथ ही हमें यह याद दिलाना है कि जब हम घर पर अपना खाना बना रहे हों तो हम सुरक्षित रहें और ठीक से पकाएं।
हर साल दस में से एक व्यक्ति दूषित भोजन खाने से बीमार हो जाता है, और हर साल इन बीमारियों से 420,000 लोग मारे जाते हैं।5 साल से कम उम्र के बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा होता है। अच्छी खबर यह है कि उचित भोजन तैयार करने से लगभग सभी खाद्य जनित बीमारियों को रोका जा सकता है।
थीम
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2022 का थीम/विषय इस बारे में होता है कि भोजन सभी के लिए कैसे महत्वपूर्ण है, भोजन कैसे स्वास्थ्य की रक्षा करेगा और जीवन बचाएगा। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2022 का थीम सुरक्षित भोजन, बेहतर स्वास्थ्य है, जिसकी घोषणा विश्व स्वास्थ्य संगठन ने की है।
महत्व
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का उद्देश्य बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करने के लिए खाद्य प्रणाली को बदलना और ध्यान आकर्षित करने वाली कार्रवाई को प्रेरित करना है। इससे खाद्य सुरक्षा, मानव स्वास्थ्य, आर्थिक समृद्धि, बाज़ार पहुंच, पर्यटन और सतत विकास में योगदान करने, खाद्य जनित जोखिमों को रोकने, पता लगाने और प्रबंधित करने में मदद मिल सकेगी। यह दिन यह सुनिश्चित करने के प्रयासों को मज़बूत करने का अवसर भी प्रदान करता है कि हम जो भोजन करते हैं वह सुरक्षित है और विश्व स्तर पर खाद्य जनित बीमारियों के बोझ को कम करता है। यूनाइटेड नेशन्स के डब्ल्यूएचओ और फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन (FAO) संयुक्त रूप से इस दिन के पालन की सुविधा प्रदान करते हैं।
हर साल दुनिया भर में 60 करोड़ लोग खराब खाने के सेवन से बीमार होते हैं यानी 10 में से एक व्यक्ति खराब खाने के कारण बीमार हो जाता है। ऐसे में लोगों को खाने से जुड़ी अच्छी आदतों के बारे में पता होना जरूरी है।
सार्वजनिक तौर पर जारी की गयी कुछ दिशानिर्देश
1.अधपके खाने का सेवन करने से बचना चाहिए। हमेशा खाने को अच्छे से पका कर ही खाना चाहिए। ऐसे में बैक्टीरिया से कीटाणु नष्ट हो जाते हैं और खाना खाने योग्य बना रहता है।
2.जब भी खाना पकाएं तो साफ पानी और सही सामग्री का इस्तेमाल करें।
3.बर्तन को भी अच्छे से धोएं. कॉकरोच, मक्खी, चींटी आदि बर्तनों में खतरनाक बैक्टीरिया फैला सकते हैं।
4.बाहर से खाना कहाते वक़्त सफाई का ध्यान रखे ।
5.हमेशा कच्चे और पके हुए फूड्स को अलग अलग रखें।पके हुए भोजन को कच्चे फूड्स के साथ इसलिए नहीं रखना चाहिए क्योंकि इन में बहुत जल्दी बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जिसके कारण पका फूड खराब हो सकता है।
यूनाइटेड नेशन विश्व फूड प्रोग्राम
इसकी स्थापना सन 1961 में खाद्य और कृषि संगठन (फ़ूड एंड एग्रीकल्चर आर्गेनाईजेशन, FAO) और संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूनाइटेड नेशंस असेंबली, UNGA) द्वारा रोम, इटली में इसके मुख्यालय में गई थी।
यूएन वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम (विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) दुनिया का अग्रणी मानवीय संगठन है जो जीवन बचाने और जीवन को बदलने की दिशा में काम करता है। यह संगठन आपात स्थिति में मनुष्य को खाद्य सहायता प्रदान करता है और पोषण में सुधार तथा लचीलापन बनाने के लिए लगातार काम करता है। भोजन तक पहुँच प्रदान करके भुखमरी को समाप्त करना।पोषण में सुधार एवं खाद्य सुरक्षा प्राप्त करना। सतत् विकास लक्ष्य को कार्यान्वयन का समर्थन एवं इसके परिणामों को साझा करना।
पुरस्कार
डब्ल्यूएफपी को भुखमरी की स्थिति से निपटने के लिये संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापित करने और युद्ध एवं संघर्ष के हथियार के रूप में भुखमरी के उपयोग को रोकने के इसके प्रयासों के चलते वर्ष 2020 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।