राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस

इंसान के शरीर में प्रोटीन बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह हमारी मांसपेशियों को मजबूत और स्वस्थ रखने में मदद करता है साथ ही प्रोटीन फैट और कार्बोहाइड्रेट की तुलना में भूख से बेहतर तरीके से लड़ता है। वास्तव में, हमारे शरीर की हर एक सेल प्रोटीन से बनी होती है और इसीलिए प्रोटीन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है जिसकी शरीर को प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में आवश्यकता होती है।
  प्रोटीन खाद्य पर्दाथ; स्रोत: सिविलहिंदीपीडिया.कॉम

प्रोटीन खाद्य पर्दाथ; स्रोत: सिविलहिंदीपीडिया.कॉम

भारत में 'राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस’ 27 फरवरी 2020, को “राइट टू प्रोटीन” नामक एक संस्था के द्वारा शुरू किया गया था। यह लोगों को बेहतर पोषण, स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पर्याप्त प्रोटीन ग्रहण करने के महत्व के बारे में शिक्षित करने के लिए एक राष्ट्रीय स्तर की सार्वजनिक स्वास्थ्य जागरूकता पहल है।

भारत आज पूरे विश्व में सबसे बड़ी जनसंख्या वाला देश है लेकिन आज भी देश के बड़े हिस्से में उचित प्रोटीन की बहुत कमी है। इसके कारण बहुत से लोग थकान, कमजोरी, काम करने में दिक्कत समेत कई प्रकार की परेशानियों का सामना करते है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ नियमित रूप से लोगों को अपने भोजन में प्रोटीन लेने की सलाह देते है जिससे कई गंभीर बीमारियों के होने वाले खतरों से भी बचा जा सकता और इससे हमारा इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है।

प्रोटीन स्वस्थ आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ये त्वचा, बाल, नाखून, हड्डियों, मांसपेशियों, अंगों, रक्त और प्रतिरक्षा प्रणाली सहित शरीर के कई हिस्सों के लिए एक महत्वपूर्ण बिल्डिंग ब्लॉक है। पाचन के बाद प्रोटीन अमीनो एसिड में टूट जाता है।अमीनो एसिड शरीर की मांसपेशियों और हड्डियों के निर्माण एवं मरम्मत के साथ ही हार्मोन और एंजाइम बनाने का काम करते हैं।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के मुताबिक प्रत्येक व्यक्ति को रोजाना कम से कम 48 ग्राम प्रोटीन लेना जरूरी है, लेकिन औसतन भारतीयों के खानपान में प्रोटीन की मात्रा इससे काफी कम पाई गई है। देश के लोगों में प्रोटीन के प्रति जागरूता की कमी भी देखी गई है। लोगों को यह पता ही नहीं होता कि किस आहार में प्रोटीन होता है और किस में फैट या कॉर्बोहाइड्रेट। ज्यादातर भारतीयों को इसकी जानकारी नहीं रहती कि रोजाना डाइट में कितना प्रोटीन लिया जाना चाहिए! कामकाजी औरतों में तो प्रोटीन की बहुत कमी दर्ज करी गई है।

प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए हमें फ़ास्ट फ़ूड का सेवन न करके दालों, गेहूँ, चावल, और हरी सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए। साथ ही जो लोग नॉन वेजिटेरियन है वह अपने भोजन में अंडे,चिकन,फिश और सीफ़ूड जैसे खाद्य पर्दार्थो को शामिल कर सकते हैं।

हेल्थ एक्सपर्ट का भी कहना है कि एक शाकाहारी भोजन करने वाले इंसान की डाइट में दूध, पनीर,दालें, चावल,गेहूं और हरी सब्जियों का होना बहुत जरूरी है, व बहुत से लोगों को लगता है कि प्रोटीन सिर्फ नॉन वेज फूड में ही होता है, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। पनीर, सूखे मेवे, दूध, दाले और मूंगफली में भी काफी प्रोटीन पाया जाता है। इन चीजों में व्यक्ति की प्रतिदिन की जरूरत के हिसाब से पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है।

भारत में प्रोटीन के महत्व की लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल प्रोटीन दिवस मनाया जाता है। ताकि हम अपने रोजाना के भोजन में उचित मात्रा में प्रोटीन ग्रहण कर सकें और हमेशा स्वस्थ रह सकें।

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