विश्व पर्यावरण दिवस मनाना क्यों है महत्वपूर्ण
मनुष्य और पर्यावरण का एक-दूसरे से बहुत गहरा संबंध है, किसी एक के अभाव में दूसरे की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इसीलिए आज प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध विनाश, अधिक संख्या में जंगलों की कटाई, समुद्री प्रदूषण, पर्यावरण प्रदूषण, बढ़ती जनसंख्या, वन्यजीव अपराध, सतत उपभोग और ग्लोबल वार्मिंग से बचाव तथा भविष्य में आने वाले खतरों को रोकने के लिए विश्व स्तर पर पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। ताकि हमारा पर्यावरण सुरक्षित और रहने योग्य बचा रहे।
डॉक्टर विशाल राव: जिन्होंने बेजुबानों को दी नई आवाज
डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होते है, ये तो हम सभी जानते हैं। लेकिन कुछ डॉक्टर ऐसे भी होते हैं,जो इस कथन को सच कर देते हैं। बेंगलुरु के ऑन्कोलॉजिस्ट डॉक्टर विशाल राव ऐसा ही एक नाम है, जिन्होंने अपने मित्र के साथ मिलकर सालों के कठिन प्रयास के बाद गले के कैंसर से अपनी आवाज खो रहे हजारों मरीजों के लिए सबसे सस्ता सिंथेटिक वॉइस-बॉक्स महज 50 रूपये में बनाकर उन्हें नई आवाज दी। आइए जानते है उनकी सफलता की कहानी।
उनाकोटी
भारत के त्रिपुरा राज्य के उनाकोटी जिले के कैलाशहर उपखंड में स्थित एक ऐतिहासिक व पुरातत्विक हिन्दू तीर्थस्थल है। यहाँ भगवान शिव और अन्य देवी-देवताओं को समर्पित लाखों मूर्तियाँ और शैलचित्र देखने को मिलते हैं। इस स्थान को पूर्वोत्तर भारत के सबसे बड़े रहस्यों में से एक माना जाता है। 'उनाकोटी' जितना अद्भुत है उससे कहीं ज़्यादा दिलचस्प इसका इतिहास है।
अतंरराष्ट्रीय पेजेंट दिवस
अंतरराष्ट्रीय पेजेंट दिवस वर्ष 2018 से 8 अप्रैल को मनाया जा रहा है। यह दिन हमें ऐसे स्थान के रूप में पेजेंट प्रतियोगिता के महत्व को पहचानने में भी मदद करता है जहां प्रतियोगी न केवल अपनी सुंदरता बल्कि अपने व्यक्तित्व, अपनी ताकत और अपनी बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन कर सकते हैं।
राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस
इंसान के शरीर में प्रोटीन बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह हमारी मांसपेशियों को मजबूत और स्वस्थ रखने में मदद करता है साथ ही प्रोटीन फैट और कार्बोहाइड्रेट की तुलना में भूख से बेहतर तरीके से लड़ता है। वास्तव में, हमारे शरीर की हर एक सेल प्रोटीन से बनी होती है और इसीलिए प्रोटीन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है जिसकी शरीर को प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में आवश्यकता होती है।
दंत चिकित्सा दिवस
एक खूबसूरत मुस्कुराहट किसी का भी दिल जीत सकती है और ये मुस्कुराहट तब ही बनी रह सकती है जब आपके दांत सेहतमंद हो। इसलिए भारत में हर साल 6 मार्च को राष्ट्रीय दंत चिकित्सक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस
इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य है केंद्रीय उत्पाद और कस्टम बोर्ड ऑफ इंडिया का देश के आर्थिक विकास में दिए जाने वाले योगदान का सम्मान करना।
तूतीनामा: एक तोते की दास्ताँ
चौदहवीं शताब्दी में ज़िया अल-दीन नखशाबी द्वारा फ़ारसी भाषा में लिखित 52 कहानियों का संग्रह तूतीनामा, 16वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में मुग़ल शासक अकबर द्वारा 250 लघु चित्रों के रूप में दोबारा बनवाया गया था। यह एक प्राचीन परन्तु बहुत मनोरंजक कथा संग्रह है, वास्तव में तूतीनामा की अधिकांश कहानियां संस्कृत कथासंग्रह ‘शुकसप्तति’ से ली गई हैं।
गीता प्रेस गोरखपुर की कहानी
भारत के सबसे पुराने प्रकाशकों में से एक गीता प्रेस की नींव जयदयाल गोयंदका के निर्देशन में परोपकारी व्यापारियों द्वारा उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर में रखी गई थी। गीता प्रेस की शुरुआत ‘सनातन धर्म’ के सिद्धांतों को बढ़ावा देने के लिए की थी। लेकिन आज गीता प्रेस हिंदू धार्मिक ग्रंथों का प्रकाशन करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी प्रकाशक संस्था है।
बलवंत पारेख: भारत के फेविकोल मैन
फेविकोल जिसके बारे में कहा जाता है, "ये फेविकोल का जोड़ है, टूटेगा नहीं" वाकई भारतीयों के साथ कुछ ऐसा मजबूत जोड़ चिपकाया कि देश के हर घर में इसका इस्तेमाल होने लगा। इस मजबूत जोड़ को भारत में स्थापित करने वाले 'बलवंत पारेख' ही थे। यही कारण है कि उन्हें ‘फेविकोल मैन’ के नाम से भी जाना जाता हैं।