श्रीनगर का तैरता पोस्ट ऑफिस

अगर हम श्रीनगर की सुंदरता की बात करे तो पृथ्वी पर इस से अधिक सुंदर स्वर्ग कहीं नहीं होगा। फूलों की इतनी सारी शाखाएं, जो शिकारा के रूप में अपना महत्व दिखाती है। वहां के झीलों की सुंदरता, उसका पानी एकदम आकाश की तरह साफ जो हर चीज में अपनी अच्छाई दर्शाता है। ऐसे ही प्रकृति की सुंदरता के बीच मौजूद श्रीनगर में एक तैरता हुआ डाकघर है। आइए जानते है इसके आगे की कहानी।
Post office.JPG

डल झील में तैरता डाकघर; स्रोत: विकिपीडिया कॉमन्स

श्रीनगर में स्थित "डल झील" जो सूरज की लकीरों को दर्शाती है। श्रीनगर की नावें जो कई सारे फूलों की पंखुड़ियों को इकट्ठा करने को तैयार है। वहां के हाउसबोट और शिकारा जो अब भी उन घरों में लोगो के रहने का इंतजार कर रहे है। डल झील में तैरता हुआ वह डाकघर जिसकी चिट्ठियां अपने प्रेमी तक पहुंचने का इंतजार कर रही है।

श्रीनगर कई सारी अनूठी जगहों से भरा पड़ा है। वहीं भारत में यह अपनी कई सारी अनोखी जगहों के लिए प्रसिद्ध भी है जो इसे पूरी तरह अलग दर्शाती है। डल झील में स्थित वह डाकघर एकमात्र एक ऐसा डाकघर है जो एक अनोखा प्रशासनिक विभाग है। जो अपनी एक अलग पहचान और अलग विशिष्टता के लिए जाना जाता है।

ऐसा माना जाता है कि डल झील में फ्लोटिंग पोस्ट ऑफिस एक विरासत स्थल है, जो पहली बार उपनिवेशवाद के ब्रिटिश काल के दौरान अस्तित्व में आई थी। वर्ष 2011 में चीफ पोस्ट मास्टर जॉन सैमुअल ने इस जगह का नाम नेहरू पार्क पोस्ट ऑफिस से फ्लोटिंग पोस्ट ऑफिस में बदल दिया था।

फ्लोटिंग पोस्ट ऑफिस में दो कमरे भी हैं- एक आधिकारिक काम के लिए उपयोग में लिया जाता है, तो दूसरा कमरा संग्रहालय के रूप में उपयोग किया जाता है। यह कमरा राज्य में डाक विभाग के इतिहास का पता लगाता है। डाकघर सिर्फ आकर्षण का केंद्र ही नहीं है, यह डल के लोगों और हाउसबोट मालिकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह वह स्थान है, जहाँ वे बैंकिंग सहित अपने आवश्यक प्रशासनिक कार्य करवाते हैं।

कई सारे व्यक्ति अपने पैसे की सहायता के लिए शिकारा व्यवसाय में आते है और अपना पैसा इस डाकघर सह बैंक में जमा करवाते है। यह स्थान सबसे सुरक्षित क्षेत्र बन गया है, जहाँ लोग इस डाकघर के कर्मचारियों पर अपनी महत्वपूर्ण डाक के साथ-साथ अपनी बचत पर भी भरोसा करते हैं।

इस डाकघर के आकर्षक होने के साथ - साथ इसकी एक और खास बात यह है कि, इसकी डाक टिकट सामान्य डाक टिकटों से काफी अलग है। सामान्य टिकटों में तिथि और पता लिखा होता है पर इस डाक टिकट पर तैरते हुए पोस्ट ऑफिस के साथ एक नाविक की मोहर है, जिसके साथ तारीख और पता लिखा हुआ है।

जिस प्रकार कश्मीर के लोगों ने पानी को अपने जीवन में, जीने के तरीके के रूप में शामिल किया है। जीवित भूमि को विशिष्ट बनाने के बजाय, शिकारा संस्कृति ने सबसे बढ़िया तरीके से पानी का पूर्ण उपयोग किया है। ऐसी संस्कृति को संरक्षित करने और उसकी सराहना करने की आवश्यकता है। यदि आप कभी कश्मीर जाते हैं, तो डल झील की यात्रा अवश्य करें और इस आकर्षक डाकघर को जरूर देखें।

24 likes

 
Share your Thoughts
Let us know what you think of the story - we appreciate your feedback. 😊
24 Share